और तो कोई नही मुश्किलों की धूप में साथी,
दिल के सुकून के लिए, तुम्हारी बातों की छाँव में सर छुपा लेते है.
दिल के सुकून के लिए, तुम्हारी बातों की छाँव में सर छुपा लेते है.
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