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Saturday, 28 September 2013

# Micro Poetry 26

Posted by Unknown at 23:18 0 comments

         
                             ये  बासी  फूलों  की  खुशबु  कुछ  लम्हो की  यादें  हमेशा  ताजा रखेंगी.

Friday, 27 September 2013

# Micro Poetry 25

Posted by Unknown at 22:51 0 comments
बदला सा रुख है हवाओं का , जब से मेहसूस किया इन्होंने तुझे शहर में  मेरे

Wednesday, 25 September 2013

# Micro Poetry 24

Posted by Unknown at 12:02 0 comments
जब भी होती है तेरे आने कि आहट , आती है बारिश लेके समा खुशनुमा हर बार शहर मेरे 

# Micro Poetry 23

Posted by Unknown at 04:18 0 comments
इश्क ने भरी फिर है उड़ान

कि गिर पड़ा फिर कोई आशिक़ कूचा-ऐ- यार में 

Tuesday, 24 September 2013

# Micro Poetry 22

Posted by Unknown at 06:20 0 comments
उसने  इश्क  से  कराया  था  तारुफ  मेरा  , बिखेर  यु   मुझे  आज  बन  गया  वही  अजनबी .

# Micro Poetry 21

Posted by Unknown at 05:32 0 comments
अतीत की किताब जला , राख हवा में उड़ा दी,
कुछ वो जली , कुछ मेरा दामन .

Monday, 23 September 2013

# Micro Poetry 20

Posted by Unknown at 01:46 0 comments
I hope precious one , someday , you talk me to sleep with a hand in my hair ,

because you are the unwritten story in my life.

# Micro Poetry 19

Posted by Unknown at 01:31 0 comments
फिर एक मुलाकात कि ख्वाहिश है , उन्ही वादियों में , ढलता हुआ सूरज है

निहार रहे है साथ जिसे हम 

Saturday, 21 September 2013

# Micro Poetry 18

Posted by Unknown at 04:16 0 comments
कितनी उजली है ये आँखें जिन्हें देख वक्त थम सा जाता है , रात गुज़ार दी हमने इसी खयाल में.

Friday, 20 September 2013

# Micro Poetry 17

Posted by Unknown at 23:55 0 comments
जो बात चोरी से तुझसे मिलने के सुरूर में है , वो सरेआम चर्चा करके कहां.

Thursday, 19 September 2013

# Micro Poetry 16

Posted by Unknown at 23:56 0 comments
बस ये मिट्‍टी का लिबास ओढ़ने की देर है , फिर ना मालूम देगा की कौन राजा है और कौन रंक.

# Micro Poetry 15

Posted by Unknown at 00:07 0 comments
ये झिलमिलती आँखें देख , बारंबार , खोता हूँ दिल अपना

कम नही होती जिनकी चमक तेरी लटों की छाव में.

Tuesday, 17 September 2013

# Micro Poetry 14

Posted by Unknown at 22:53 0 comments
तेरा साथ है धूप में अचानक मिलें पेड़ कि छाव कि तरह.

# Micro Poetry 13

Posted by Unknown at 00:26 0 comments
शायद मौसम ने करवट ली है , आज सुबह ठिठुरन  संग लायी है या ये  तेरा खयाल है जो दिसंबर कि ठंड सा एहसास दे रहा.

# Micro Poetry 12

Posted by Unknown at 00:25 0 comments
इश्क मुश्क की बातें तो बहाना है  पयमाने की महफिल लगाने के लिए.

# Micro Poetry 11

Posted by Unknown at 00:24 0 comments
तेरे  खयालो  में  डूब  कर  मिलते  है  पंख  मेरे  अरमानो  को  ,  मुमकिन  है  रास  आने  लगी  है  मुझको  तन्हाई.

# Micro Poetry 10

Posted by Unknown at 00:24 0 comments
सुना है जब  वो  मुस्कुराते  है , खामोशीयों  की   झील  में  लहरे  उमड़ पड़ती है .

# Micro Poetry 9

Posted by Unknown at 00:23 0 comments
While leering out of window of the train,the rush i get, the thrill i feel ,on thought of meeting you and the longing of our journey together ,makes my journey content

# Micro Poetry 8

Posted by Unknown at 00:23 0 comments
ये तन्हाईयों के जंगल कुछ लम्हों की यादों के संग इत्मीनान से कट जाते है , इंतज़ार बस रहता फिर उन लम्हों को जीने का

# Micro Poetry 7

Posted by Unknown at 00:22 0 comments
लफ्ज उलझे है होठों पे, नज्म दबे है सीने में, जरा ये लफ्ज़ों के कंकर मारकर देखो तो कितनी गहराई खयालो में.

# Micro Poetry 6

Posted by Unknown at 00:21 0 comments
ता-उम्र का नही मालूम,फिल्हाल एक लम्हा काफ़ी है तेरे संग यादों के लिए,बस इतनी सी जुस्तजू है

# Micro Poetry 5

Posted by Unknown at 00:21 0 comments
Kaho to aj bheeg jaye is Rimjhim mei !

# Quote 2

Posted by Unknown at 00:21 0 comments
Its not about how frequently you fight.. Its abt how rapidly you make up

Saturday, 14 September 2013

# Micro Poetry 4

Posted by Unknown at 23:43 0 comments
सुलझी आँखों में ये उलझा सा इश्क .

# Micro Poetry 3

Posted by Unknown at 05:18 0 comments
सिगरेट का कश लगाते हुए खयाल आता है , मै इसे धुये में उड़ा रही हूँ या ये मुझें

# Micro Poetry 2

Posted by Unknown at 05:18 0 comments
दिल में कसक उठती है रह-रह के , कि जिनसे मोहब्बत है ख़ुद से ज्यादा, ज़ख्म देते है वही दिलो - जान से.

Wednesday, 11 September 2013

# Quote 1

Posted by Unknown at 08:58 0 comments
Love is when once the fight ends, love is still there..

# Micro Poetry 1

Posted by Unknown at 08:43 2 comments
जो जेब में पड़ी तेरी तस्वीर
और उस आख़िरी सिगरेट को
भिंगा सके ..
अभी वो मौसम,वो बरसात पड़नी बाकी है
अभी कुछ बात,कुछ बात करनी बाकी है
 

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